Farishton Ke Bare Me Kaisa Aqeeda Rakhna Chahiye ? | फरिश्तों से मुतअल्लिक अकाइद
फरिश्तों से मुतअल्लिक अकाइद ☆ Farishton Ke Bare Me Kaisa Aqeeda Rakhna Chahiye ?
- मेरे प्रियारे दोस्श्तेतों आज मैन आप को बताऊंगा की फरिश्तों के बारे में हमें कैसा अकीदा रखना चाहिए सब से पहले आप जान लो की फ़रिश्ते नूर से पैदा किये गए हैं। अल्लाह ताला ने उन्हें यह ताकत दी है कि जो शकल चाहें इख़्तियार कर लें। कभी वो इंसान की शकल ज़ाहिर में होते हैं और कभी दूसरी शकल में।
- फरिश्ते अल्लाह के मासूम बंदे हैं। हर किसम के सगीरा व कबीरा गुनाहों से पाक हैं।
- अल्लाह ताला उन्हें जो हुक्म फरमाता है, वो वही करते हैं, उसके हुक्म के खिलाफ न जान बूझ कर न ही भूले से कभी कुछ नहीं करते
- फरिश्ते न मर्द होते हैं न औरत।
- उनकी तादाद अल्लाह और उसके बताए से उसके प्यारे नबी ही जानते हैं।
चार फरिश्ते बहुत मशहूर हैं | 4 Mash-hoor Farishton Ke Naam
- (1) हज़रत जिब्रीला जो अंबियाए किराम की बारगाहों में अल्लाह के पैग़ाम पहुंचाते थे।
- (2)हज़रते इस्राफीला जो कियामत के दिन सूर फूकेंगे।
- (3) हज़रते मीकाईला जो पानी बरसाने और रोज़ी पहुंचाने पर मुकर्रर हैं।
- (4)हज़रते इस्राफील जिन्हें मलकुल मौत कहते हैं, वो रूह निकालने पर मुर्कार हैं।
- ☆ किसी फरिश्ते की अदना गुस्ताखी भी कुफ है। इसी तरह किसी दुश्मन या बुरे शख्स को देख कर यह कहना कि मलकुल मौत या इज़ाईल आ गया, यह भी कुफ से करीब है।
- फरिश्तों का इनकार करना या यह कहना फरिश्ते नेकी की कुव्वत का नाम है, यह दोनों बातें कुफ हैं।
- जो लोग फरिश्तों को अल्लाह की बेटियां कहते हैं ऐसे लोग भि काफिर है और ऐसा अकीदा रखना कुफ्र है
अगर आप को ये जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों को शेयर ज़रूर करें