Kya teen Juma Lagatar Chodne Wala Kaafir Ho jata Hai ?
क्या तीन जुमा लगातार छोड़ने वाला काफिर हो जाता है ? | Kya teen Juma Lagatar Chodne Wala Kafir Ho Jata Hai ?
Al Jawab : जुमा की नमाज़ पढ़ना फ़र्ज़ है और बगैर किसी उज़्र के छोड़ने वाला सख्त गुनाह गार होता है। हदीस शरीफ में जुमा की नमाज़ छोड़ने वालो के लिए सख्त वईदें आई हैं। हमरे नबी ने इरशाद फ़रमाया की लोग जुमा की नमाज़ छोड़ने से बाज़ रहें वर्ण अल्लाह ताला उनके दिलों पर मोहर लगा देगा। और वो ग़ाफ़िलों में शुमार होने लगेंगे। एक हदीस में हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास से रिवायत है की हुज़ूर ने इरशाद फ़रमाया जो शक्श तीन जुमा लगातार सुस्ती और काहिली की वजह से छोड़ दे वो ऐसी किताब में मुनाफ़िक़ लिखा जाता है जो कभी मिटाई नहीं जाएगी। मिश्कात शरीफ इन अहादीस से जुमा की नमाज़ की फ़ज़ीलत मालूम होती है और जुमा न पढ़ने वालों पर वईदें बताई गई हैं लेकिन जुमा की नमाज़ छोड़ने से कोई काफिर नहीं होता निकाह टूटता है अलबत्ता ऐसा शख्श बहुत बड़ा गुनाह गार है जान बूझ कर बगैर किसी उज़्र शरई के जुमा और कोई दूसरी नमाज़ भी नहीं छोड़ना चाहिए।
JUMA KI AZAAN E SANI KAHA PAR KEHNA CHAHIYE ? MASJID KE ANDAR YA BAHAR?
मौलाना अज़हर अलीमी