Quran Padhne Padhane Walon Ki Fazilat
हज़रत अबू हुरैरह रज़ीयल्लाहो अन्हो से रिवायत है कि रसूले पाक सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने इरशाद फरमाया: "जिस शक्स ने दुनया में अपने बच्चे को क़ुरआन पढ़ना सिखाया, तो क़यामत के दिन जन्नत में उस शक्स को एक ताज पहनाया जाएगा जिस की बेना पर जन्नत वाले जान लेंगें के उस शक्स ने दुनया में अपने बेटे को क़ुरआन की तालीम दिलवाई थी" अल'मोजमुल औसत, ह०न० 96